जालौन जिले के ग्राम अम्बरगढ़ में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव के एक हैंडपंप से पानी के बजाय पेट्रोलियम जैसा पदार्थ निकलने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि हैंडपंप के पानी में झाग के साथ पेट्रोल जैसी तेज गंध आ रही थी। जब इस पानी को आग के पास ले जाया गया, तो उसमें आग भी लग गई। इस घटना ने पूरे गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

ग्रामीणों ने दी प्रशासन को सूचना
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल जिले के अधिकारियों को सूचना दी। देखते ही देखते गांव में भीड़ जुट गई और लोग हैंडपंप से निकल रहे पानी को देखकर हैरान रह गए। कई ग्रामीणों ने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए, जिससे मामला और तूल पकड़ गया।

प्रशासन ने शुरू की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आ गया। जिलाधिकारी ने जल निगम, आबकारी विभाग, अग्निशमन विभाग और भूगर्भ जल विभाग की संयुक्त टीम को मौके पर भेजने के निर्देश दिए। विशेषज्ञों की टीम ने हैंडपंप से निकल रहे पानी के सैंपल लिए और जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पानी में पेट्रोलियम पदार्थ की मिलावट की आशंका है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
ग्रामीणों में दहशत, पानी पीने से परहेज
अचानक हुई इस घटना के बाद गांव के लोग दहशत में हैं। किसी भी अनहोनी की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों ने हैंडपंप का पानी पीना बंद कर दिया है। गांव के प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था कराने की मांग की है।
अधिकारियों ने ग्रामीणों को फिलहाल वैकल्पिक पेयजल उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

भविष्य की कार्रवाई और विशेषज्ञों की राय
जल निगम और भूगर्भ जल विभाग की टीम ने बताया कि कभी-कभी जमीन के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ की परतें होती हैं, जिनके रिसाव से इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं। हालांकि, यह घटना अत्यंत दुर्लभ है और इसकी पूरी जांच की जा रही है।
प्रशासन ने गांव के अन्य हैंडपंपों की भी जांच के आदेश दिए हैं, ताकि कहीं और इस तरह की समस्या न हो।
निष्कर्ष
जालौन के अम्बरगढ़ गांव में हैंडपंप से पेट्रोलियम पदार्थ निकलने की घटना ने सभी को चौंका दिया है। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
फिलहाल, सभी को जांच रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि आखिरकार हैंडपंप के पानी में पेट्रोलियम पदार्थ कैसे मिला।