निहाल सिंह, नई दिल्ली। लुटियंस दिल्ली में एक बार घंटाघर उसकी पहचान बनेगा। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दिशा-निर्देश पर घंटाघर बनाने की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। घंटाघर के डिजाइन को दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन की मंजूरी मिल गई है। इसके बाद नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने इसे वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
घंटाघर का काम पूरा होते ही यह लुटियंस दिल्ली प्रवेश की पहचान भी बन जाएगा। चूंकि एनडीेएमसी इस घंटाघर को शंकर रोड पर तालकटोरा स्टेडियम के पास के गोलचक्कर पर बनाने जा रही है। यह वहीं इलाका है जहां से कुछ कदम पहले ही राजेंद्र नगर और करोल बाग से आते हुए लोग एमसीडी की सीमा से एनडीएमसी की सीमा में प्रवेश करते हैं।
कब तक पूरा होगा घंटाघट का काम?
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि घंटाघर के डिजाइन को डीयूएसी की मंजूरी मिल गई है। ऐसे में अब हम इसके निर्माण की प्रक्रिया की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग लुटियंस दिल्ली में अलग-अलग तरह की वास्तुकला लगाने की ओर भी कार्य कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एनडीएमसी और एमसीडी की सीमा के समीप तालकटोरा स्टेडियम के पास यह घंटाघर बनाने का प्रस्ताव उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर तैयार किया था। लुटियंस दिल्ली में पहले टाउनहाल भी था जिसमें घंटाघर था।
समय बताने के लिए बजाई जाती थी घंटियां
जंतर-मंतर के सामने वर्तमान पालिका केंद्र की भूमि पर यह टाउनहाल 1933 में बना था। इसमें ब्रिटेन से लाई गई चार विशाल घंटियां लगाई गई थी। चूंकि हाथ की घड़ियों का प्रचलन उस समय इतना नहीं था इसलिए जनता को समय बताने के लिए यहां पर घंटियां बजाई जाती थी।
बकायदा इसके लिए टाइमकीपर के तौर पर कर्मचारियों की तैनाती भी की गई थी। 1960 के दशक में, इन घंटियों को आधुनिक घड़ियों से बदल दिया गया। 1984 में मौजूदा परिसर का निर्माण घंटाघर को ध्वस्त करने के बाद किया गया था।
2007 में गिर गई थी घंटिया
इन घंटियों को एनडीएमसी मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर टांग दिया गया था। अपने भारी भरकम वजन के कारण यह घंटिया वर्ष 2007 में गिर गई थी। तब से एक शो केस में यह घंटिया एनडीएमसी मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर रखी हुई है।
दिल्ली में एमसीडी इलाके में हरिनगर के पास घंटाघर हैं, सब्जी मंडी घंटाघर और कमला मार्केट में भी घंटाघर है। एमसीडी ने मिंटो ब्रिज पर एनडीएमसी इलाके से निकास के दौरान समय देखने के लिए घड़ीलगा रखी है।