आतंकवाद को समर्थन देने वाला पाकिस्तान सुधरने को तैयार नहीं है। भारत द्वारा आतंकी अड्डों को ध्वस्त करने के बावजूद पाकिस्तान सरकार मुरीदके में जमात-उद-दावा का मुख्यालय फिर से बनाने जा रही है। पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग ने कहा है कि सरकार ने पुनर्निर्माण का आश्वासन दिया है। भारत ने आईएमएफ से पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता पर पुनर्विचार करने को कहा है।
पाकिस्तान सरकार मुरीदके में जमात-उद-दावा का मुख्यालय फिर बनाने जा रही है।
पीटीआई, लाहौर। आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत जमात-उद-दावा के मुख्यालय समेत पाकिस्तान के नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन आतंकी संगठनों से पाकिस्तान का प्रेम कम होता नहीं दिख रहा।अब पाकिस्तान सरकार मुरीदके में जमात-उद-दावा का मुख्यालय फिर बनाने जा रही है। मुरीदके, लाहौर से लगभग 40 किलोमीटर की दूर है।
आतंकी संगठन जमात-उद-दावा की राजनीतिक शाखा पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान सरकार ने मुरीदके स्थित जमात-उद-दावा के मुख्यालय का पुनर्निर्माण कराने का आश्वासन दिया है। जमात-उद-दावा के आतंकियों के जनाजे में भी पाकिस्तानी सेना, पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे।भारत ने IMF को पाकिस्तान को दी जाने वाली लोन को लेकर कही थी ये बात 1990 में अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में गठित लश्कर-ए-तैयबा जिसे जमात-उद-दावा के नाम से भी जाना जाता है। इस संगठन का सरगना हाफिज मुहम्मद सईद है। इसने भारत के कई हिस्सों में आतंकी हमले किए हैं, जिनमें 2008 का 26/11 मुंबई हमला भी शामिल है।भारत लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान आतंकियों का मददगार देश है। भारत ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से पाकिस्तान को दी जाने वाली एक अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता पर पुनर्विचार करने को कहा। आइएमएफ ने नौ मई को पाकिस्तान के लिए एक अरब डालर की किस्त को मंजूरी दी थी।
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